"World Yoga day" - 21June
_Aditya Mishra Blogger
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विश्व योग दिवस |
कोरोना की लड़ाई में योग अहम हथियार
योग शारीरिक दृष्टि से ही नहीं मानसिक दृष्टि से भी हमारे ऊपर बहुत बड़ा प्रभाव डालता है। यही कारण है कि 21 जून 2015 को प्रधानमंत्री मोदी के एक आह्वान पर पूरे विश्व में विश्व योग दिवस मनाया जाने लगा। इसका मुख्य उद्देश्य भारत की पुरातन योग शैली को देश दुनिया तक पहुंचाना, इसके साथ ही पूरे विश्व के लोगों की शारीरिक क्षमता को और मजबूत करना है। भारत जैसे विशाल देश में कई ऐसी कलाएं और संस्कृति आज भी विद्यमान है, जिनका बहुत बड़ा प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ सकता है। लेकिन उनके सही प्रचार-प्रसार ना होने के कारण आज सभी उनको भूलने की कगार पर हैं।
|"World Yoga day" - 21June|
विश्व मनाएगा छठा योग दिवस
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वज्र आसन Performed by @vashitwashukala IG: @essaylikhnewala |
साल 2020 अभी तक कई मायनों में लोगों के लिए अच्छा नहीं रहा कोरोनावायरस एक काल बनकर सभी पर टूट पड़ा, जिसका दुष्परिणाम आम आदमी की मानसिक शारीरिक आर्थिक और व्यावहारिक परिस्थितियों पर पड़ा है। ऐसे में इस माहौल से निपटने के लिए जरूरी है कि सबसे पहले अपने भीतर सकारात्मकता को जगाया जाए। जो शायद जिम में जाने से संभव नहीं है, इसीलिए 2020 का योगा दिवस अपने आप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला है। लॉक डाउन के दौरान बहुत सारे लोग घर पर व्यायाम करते हुए दिखाई दिए, ऐसे में उसी परंपरा को और आगे बढ़ाने के लिए इस बार योग दिवस में लोग ज्यादा तल्लीनता के साथ अपनी सहभागिता दर्ज करवाएंगे।भारत के साथ ही पूरा विश्व इस बार छठवां विश्व योग दिवस मना रहा है।
हर तरह का रोग मिटायेगा योग
बीमारियों का मतलब सिर्फ दिखने वाले रोगों से नहीं है। कई बार हमारा शरीर अस्वस्थ होता है लेकिन हमें इसका आभास नहीं होता। आज के दौर में शारीरिक बीमारी से ज्यादा मानसिक अशांति लोगों को परेशान कर रही है। आदमी शरीर से पूरी तरह स्वस्थ नजर आता है लेकिन दिमाग में तरह-तरह की सोच मानसिक रूप से कमजोर कर रही होती हैं। ऐसे में जरूरी है कि शारीरिक और मानसिक दृष्टि से हम अपने आप को स्वस्थ रखें। आज के बदलते माहौल में शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लोग जिम जाना पसंद करते हैं। जहां तरह-तरह के उपकरणों का इस्तेमाल शरीर के हर भाग की फिटनेस को बरकरार रखता है, लेकिन मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए यह पर्याप्त नहीं है।
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मन को शांत और स्थिर करने की जरूरत है। Performed by @pragatimandavakar IG: @essaylikhnewala |
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मानव शरीर प्रकृति से मिलकर बना है, इसीलिए स्वस्थ वातावरण और खुली हवा में व्यायाम करना ज्यादा लाभदायक होता है। योग का सीधा सा मतलब यही है कि आप खुद को प्रकृति की गोद में छोड़ दें। शुद्ध हवा मन और मस्तिष्क को स्वस्थ बनाती है। बाहुबल से ज्यादा दिमागी बल की आवश्यकता होती है। इसीलिए योग से दिमाग और शरीर दोनों को स्वस्थ किया जा सकता है। डिप्रेशन आज के समय में एक बड़ी बीमारी बनती जा रही है। जहां इंसान चेहरे पर मुस्कुराहट रखते हुए मन के भीतर कई तरह की परेशानियों से लड़ता रहता है। लोगों के पास सोशल मीडिया पर हजारों की संख्या में दोस्त हैं, लेकिन जरूरत के वक्त में बात करने के लिए कोई एक नहीं मिलता। लोगों का अकेलापन आज के समय में एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है। जिसे दूर करने के लिए मन को शांत और स्थिर करने की जरूरत है।
योग का वैज्ञानिक महत्व भी अहम
अगर वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो योग करने से शरीर में ज्यादा प्रभाव दिखता है, जबकि बंद कमरे में लोहे के उपकरणों की मदद से व्यायाम करना उतना लाभदायक नहीं होता। यह भी सच है कि आज के समय में खुली हवा मिलना आसान नहीं है। शहरों में रहने वाले लोगों के लिए जिम जाना काफी आसान होता है, जबकि नजदीकी पार्क ढूंढना उतना ही मुश्किल. लेकिन थोड़ी सी मेहनत और खोजबीन से सभी रास्ते निकल आते हैं।
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जिम में वर्क ऑउट Feautring @rathee_pushpender IG: @essaylikhnewala |
कुछ जानकारों के अनुसार योग सभी के लिए महत्वपूर्ण है अगर आप जिम जाते हैं, तब भी योग करना आपको मजबूत बनाता है। बाहरी मजबूती के लिए आप किसी भी तरीके का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन आंतरिक स्वास्थ्य के लिए योग सबसे उपयुक्त माध्यम है। अस्थमा और वजन कम करने के अलग-अलग प्रयासों में योग क्रिया सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है। ग्रामीण इलाकों में बहुत ज़्यादा स्वस्थ रहते हैं, इसका एक बहुत बड़ा कारण है कि वह सभी लोग प्रकृति से जुड़े हुए रहते हैं। शहरों में एक ही कुर्सी पर घंटों बैठकर काम करने वाले लोगों के लिए योग करना एक वरदान के जैसा है। दिल्ली जैसे शहरों में वायु प्रदूषण के कारण श्वास संबंधी बीमारी से ग्रसित लोग 30 मिनट के योग से अपनी शारीरिक ताकत को बढ़ाते हैं।
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ध्यान करना योग की सबसे महत्वपूर्ण क्रियाओं में से एक है जहां आप कुछ पल के लिए सब कुछ भूल कर सिर्फ किसी शून्य की बढ़ते जाते हैं। तरह-तरह की समस्याओं और परिस्थितियों से जूझने वाले और लोगों के लिए ध्यान करना उनके लिए काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। प्रतिस्पर्धा और आगे बढ़ने की चाहत में कई बार वास्तविकता से नाता टूट जाता है। ऐसे में उस कड़ी को जोड़ने के लिए जरूरी है कि थोड़ी देर सब कुछ भूल कर खुद को पहचाना जाए
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